बृहस्पतिदेव की कथा आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, https://onmloe30406.gigswiki.com/5193295/shiv_chalisa_in_hindi_options